दोस्तों आज हम इस लेख में जानेंगे की पानी से बिजली कैसे बनती है (pani se bijali kaise banti hai).
दोस्तों बचपन में हमें कई सारे दिमाग में सवाल आये होंगे कि बिजली कैसे बनती होगी, हालांकि आज भी कई सारे लोगों को नहीं पता होता है कि बिजली आखिर कैसे बनती है. कई सारे लोगों को यह पता होगा कि बिजली पानी से बनती है. दोस्तों बिजली और भी कई तरह से बनाते हैं. बिजली बनाने की प्रक्रिया में कई प्रकार होते हैं.
बिजली बनाने में आसान तरीका है पानी से बिजली बनाना ( hydro power plant ), और यह दुनिया में अधिक मात्रा में पानी उपलब्ध है तो इससे बिजली बनाना बहुत ही आसान हो जाता है.
बिजली को हवा से बनाया जाता है ( wind energy ), बिजली को कोयले से भी बनाते हैं ( coal energy ), बिजली को बनाने का और एक तरीका है सोलर सिस्टम से ( solar energy ). इन तरीकों के अलावा भी नेचुरल गैस के द्वारा भी बिजली बनाते हैं.
तो दोस्तों चलिए जानते हैं बिजली बनाने की हर एक पद्धति को विस्तार से जानते हैं.
1. Paani se bijali kaise banti hai | how electricity is made from water | hydro power plant
दोस्तों आजकल भाग-दौड़ भरी इस दुनिया में बिजली की जरूरत बहुत ही ज्यादा हो चुकी है. कभी बिजली 5 मिनट के लिए भी चली जाए तो सारे काम रुक जाते हैं.
दोस्तों आमतौर पर रोजमर्राकी जिंदगी बिताने के लिए जैसे हवा की जरूरत पड़ती है हवा के लिए फैन को चलाना हो, या ठंडे पानी के लिए फ्रिज की जरूरत हो, या फिर एंटरटेनमेंट के लिए टीवी की जरूरत, इन सारी चीजों के लिए आप पूरी तरह से बिजली पर निर्भर करते हैं.
अगर कोई ऑफिस का काम भी करना हो तो लैपटॉप या फिर कंप्यूटर चालू करने के लिए आपको बिजली की जरूरत पड़ती है आजकल work-from-home का दौर है इसमें आपको घर बैठे लैपटॉप के सहारे या फिर डेक्सटॉप के सहारे आप पूरा काम कर पाते हैं. इसके लिए भी आपको बिजली ही चाहिए.
तो चलिए जानते हैं बिजली पानी से कैसे बनती है.
दोस्तों पानी से बिजली बनाने के लिए बड़े बड़े डैम नदी के पास बने हुए हैं जिसे हम हाइड्रो पावर प्लांट (hydro power plant) भी कहते हैं. जिससे पानी के बहाव को रोका जाता है और उससे बिजली का उत्पादन किया जाता है. इसमें पानी के बहाव को तेज करते है जिससे बिजली बनाने में सहायता मिलती है.
hydro power plant मे डैम के अंदर मोटर फिट किया जाता है जिसमें टरबाइन और जनरेटर लगे हुए रहते हैं. इसमें पानी के बहाव को टरबाइन की तरफ धीरे-धीरे छोड़ा जाता है जिससे टरबाइन तेजी से घूमने लगता है टरबाइन के घूमते ही जनरेटर को पावर मिलती है जनरेटर को पावर मिलते हैं भारी मात्रा में बिजली का उत्पादन शुरू हो जाता है.
जनरेटर और टरबाइन की मदद से बिजली का उत्पादन शुरू हो जाता है. जनरेटर और terbine बहुत ज्यादा वाट के होते हैं जिससे कि 1 दिन में बहुत ज्यादा बिजली का उत्पादन होता है.
इस विषय को आप नीचे दिए गए चित्र में से जान सकते हैं कि पानी से बिजली कैसे बनाया जा सकता है नीचे फोटो में tarbine और जनरेटर से बिजली कैसे तैयार की जाती है यह विश्लेषण दिया गया है.

2. Hawa se bijali kaise banti hai | how wind energy is produced
दोस्तों अब बात करते हैं हवा से बिजली कैसे बनती है. जी हां दोस्तों हम हवा से भी बिजली बना सकती हैं बल्कि कई सारे जगह पर ऊंचाई पर विंड के द्वारा बिजली बनायी जाता है.
आपको बता दें जैसे पानी से बिजली बनने के लिए टरबाइन और जनरेटर का उपयोग करके बिजली का उत्पादन किया जाता है, वैसे ही विंड एनर्जी में भी बड़े टरबाइन लगाए जाते हैं जिससे कि पंखो के सहारे जो हवा से घूमते रहते हैं पंखों के घूमते ही टरबाइन भी घूमने लगता है जिससे कि पावर जनरेट होता है.
टरबाइन के घूमते ही वह पावर जनरेटर में पहुंचती है और जनरेटर में पहुंचते ही वह तारों की मदद से करंट को सप्लाई किया जाता है.
करंट के सप्लाई होने पर हमे tube, bulb और tv मोबाइल जैसे कई सारे उपकरणों का उपयोग करंट के सहारे करने का मौका मिलता है.
विंड एनर्जी को कैसे तैयार किया जाता है आप नीचे दिए गए चित्र में से जान सकते हैं.

3. Koile k dwara bijali kaise banti hai | how electricity is made from coal

दोस्तों चलिए अब जानते हैं कोयले के द्वारा बिजली कैसे बनाया जाता है. दौस्तो कोयले से बिजली बनाना इतना आसान नहीं है जितना हमें लगता है. कोयले से बिजली बनाने में जो प्लांट तैयार होते हैं उसमें ज्यादातर हिस्सा कोयले को स्टोरेज करने में ही जाता है. कोयले को ट्रेन के द्वारा बिजली तैयार करने वाले प्लांट तक पहुंचाया जाता है. बिजली के उत्पादन के लिए कम से कम 1 महीने के लिए 1 टन कोयले की जरूरत होती है
कोयले को सहि जगह रखने के लिए इसे coal yard में स्टोरेज किया जाता है. बहुत दिनों तक कोयला एक ही जगह पर पड़े रहने की वजह से वह पत्थर का रूप ले लेती है, इस वजह से उसे पाउडर बनाने के लिए एक कन्वेयर बेल्ट की मदद से bowl मशीन में डाला जाता है जिससे कि कोयला बारीक पाउडर के रूप में बदला जाता है.
कोयले का पाउडर के रूप में बदलने के बाद उसे एक बड़े बॉयलर में डाल दिया जाता है जिससे कि वह बड़ी आसानी से आग को पकड़ लेती है. कोयले को आग में डालने के बाद बची हुई जो राक होती है उससे bottom ash कैसे हैं. और होता है fly ash जिसे बड़े पाइप होल के सहारे वातावरण में छोड़ दिया जाता है इसे आप ऊपर दिए गए चित्र में देख सकते हैं.
कोयले से जो आग लगाया जाता है उस आग को पानी से भरे ट्यूब में heat को पहुंचाया जाता है गर्म होने की वजह से पूरा पानी भाप का रूप ले लेता है,पूरा पानी भाप का रूप लेने के बाद उससे उसी पाइप से आगे टरबाइन के तरफ भेजा जाता है यह भाप टरबाइन तक पहुंचते ही टरबाइन भाप के pressure को सह नहीं पाता और घूमने लग जाता है टरबाइन के घूमते ही एक एनर्जी जनरेट होती है उससे उस एनर्जी को जनरेटर की तरफ भेजा जाता है और जनरेटर के द्वारा बिजली का उत्पादन होता है.
4. Sour urja dwara bijali kaise banti hai | how solar energy is produced

दोस्तों 4th नंबर पर आता है solar द्वारा बिजली कैसे बना सकते हैं. दोस्तों आपने देखा होगा ज्यादातर घरों के ऊपर solar penal लगाया हुआ आपको दिखाई देता है, कुछ सोलर पैनल का उपयोग पानी गरम करने के लिए किया जाता है और कुछ solar penal का उपयोग बिजली का उत्पादन करने के लिए उपयोग किया जाता है.
दोस्तों सूर्य के द्वारा जो किरणें solar पर गिरते हैं उससे बिजली का उत्पादन होता है जिसे इनवर्टर के द्वारा batteries में स्टोरेज किया जाता है. इस तरह से बिजली का उत्पादन सोलर पैनल के द्वारा होता है.
दोस्तों इस लेख में हमने जाना बिजली कैसे बनती है (bijali kaise banti hai) बिजली कितने तरीके से उत्पादन कर सकते हैं. यह सारी बातें हमने इस लेख मे समझाने का प्रयास किया है. इस लेख में दी गई जानकारी अगर आपको अच्छी लगी हो तो आप अपने दोस्तों के साथ और अपने रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी बिजली बनाने के तरीकों के बारे में जान सके अगर आपको इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना हो तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं. धन्यवाद.
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